एलर्जी

शरीर का रक्त अशुद्ध हो जाने से स़्त्री-पुरूषों के शरीर में एलर्जी हो जाती है। एलर्जी होने पर शरीर में दाने निकल आते हैं, या खुजली हो जाती है, जिससे मिचली होने लगती है। शरीर मे मुख्यतः पेट मे जलन होने लगती है। प्यास ज्यादा लगने लगती है। चेहरे अर्थात मुख का रंग काला पड़ने लगता है। एलर्जी अधिक बढ़ जाने पर उल्टी भी हो जाती है। भोजन ठीक से नही पचता है। यह बीमारी रक्त की अशुद्धि और शरीर के खून की शक्ति कम होने के कारण होती है। एलर्जी अधिक बढ़ जाने पर षरीर मे दाद, खुजली, एग्जिमा होने लगता है। आंखों की रोशनी कम होने लगती है। जबान और मुख के अंदर छाले पड़ने लगते हैं। शरीर कमजोर हो जाता है। शरीर मे फुंसियाँ व चकत्ते पड़ने लगते हैं। कभी-कभी किसी रोगी के षरीर मे घाव भी हो जाते है। एलर्जी होने पर कब्ज भी हो जाती है। आर्युवेद मे इस बीमारी की निम्न लाभकारी दवाईयाँ हैं।
1. हल्दी, नीम की छाल, सारिवा, मंजीठ, मुलेहठी इनका काढ़ा बनाकर शहद मे मिलाकर सुबह शाम 1 से 2 चम्मच मिलायें।
2. हरड़, खस, सफेद चंदन, इन्द्रजौ, नागरमोथा, लालकमल इन्हें पीस कर षरीर पर लेप करें।
3. हल्दी, सरसों, मुलेहठी, दालचीनी, इन्द्रजौ, नागरमोथा, सफेद चंदन इन्हें पीसकर शरीर पर लेप करें।
4. मठ्ठे मे बायबिडंग, थोड़ा सेंधा नमक, मिलाकर पिलायें।
5. नीम की कोपल और तिल पीस कर षरीर पर लेप करें।
6. मुँह मे छाले निकलने पर मुलहठी, वंषलोचन, छोटी इलायची के दाने पीसकर षहद मे मिलाकर मुंह मे लगायें।
7. शुद्ध सुहागा या शुद्ध टंकण षहद मे मिलाकर मुंह के अंदर व जबान दोनों पर लगायें।
8. पान और पीपल के पत्तों का रस शहद मे मिला कर मुँह मे लगायें।
9. कुलंजन, खस, देवदार व हल्दी के काढ़े से कुल्ला करें।
10. छोटी इलायची के दाने, थोड़ा पिसा कत्था, चंदन चूर्ण मुलेहठी चूर्ण, धनिया, मिश्री पीसकर पानी मे पकाकर 1 से 2 चम्मच सुबह शाम पिलायें।
11. प्रवाल पिष्ठी 1 से 2 रत्ती शहद मे मिलाकर सुबह, षाम नाश्ते के बाद दें।
12. कहरवा पिष्ठी, प्रवाल पिष्ठी 1-1 रत्ती मिलाकर सुबह शाम शहद से दें।
13. आरोग्यवर्धिनी वटी 1 से 2 गोली सुबह शाम पानी से खिलायें।
14. कामदुधारस, जहरमोहरा, खताई पिष्ठी 1 रत्ती शहद मे मिला कर सुबह शाम दें।
15. स्वर्ण सूतशेखर रस 1-1 गोली 1 से 2 बार दिन मे खिलायंे।
16. मुक्ता पिष्ठी व प्रवाल पिष्ठी 1-1 रत्ती षहद मंे मिलाकर सुबह शाम नाश्ते खिलायें।


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