ए गुड सेमेरिटनश्अवॉर्ड से सम्मानित
चार्ली चैपलिन-2 के नाम से दुनिया भर में मशहूर बहुमुखी प्रतिभाशाली अभिनेता राजन कुमार चार्ली ने फिल्मी पर्दे के अलावा उन्होंने रियल लाइफ में हीरो का काम किया और 45 वर्षीय महिला एक्सीडेंट में घायल अंजना कुमारी की जान बचाई। जिसके लिए 26 अगस्त 2019 को मुंगेर के पंचायती राज कार्यालय सभागृह में ए गुड सेमेरिटन पुरस्कार वितरण समारोह का कार्यक्रम रक्खा गया था।बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् के ए गुड सेमेरिटन अवॉर्ड पत्र, मोमेंटो, शाल देकर डी एम राजेश मीणा द्वारा एक्टर राजन कुमार चार्ली को ए गुड सेमेरिटनश्अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला परिवहन पदाधिकारी रमाशंकर ने भी राजन की काफी तारीफ की। वैसे, चार्ली चैपलिन- 2 के नाम से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके राजन कुमार उर्फ चार्ली को लोगों की जान बचाने की वजह से उन्हें शूरवीर अवॉर्ड जैसे पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।
एक सड़क दुर्घटना में मुंगेर बिहार में रहने वाली एक 45 वर्षीय महिला अंजना कुमारी घायल हो गईं और उनके सर में गहरी चोट आई। उनके सर से खून बह रहा था। ऐसे में हीरो राजन कुमार वहां किसी फरिश्ते की तरह हाजिर हुए, उन्होंने तमाशबीनों की तरह सिर्फ वो मंजर नहीं देखा बल्कि तुरंत जख्मी महिला को वाहन के जरिए अस्पताल पहुंचाया और चिकित्सक के द्वारा उनका उचित इलाज करवाया। यह हादसा 6 जुलाई 2019 का था। आज भी अंजना कुमारी और उनका परिवार राजन की तारीफ करते नहीं थकते है। बिहार के लोगो के सड़क दुर्घटना में घायल को मदद पहुंचाने के लिए राजन कुमार ने हेल्प मी नाम से ऍप्स भी लांच किया है। राजन कुमार चार्ली कहते है, किसी हादसे के शिकार इंसान को तुरंत मेडिकल हेल्प मिलनी चाहिए और यह काम लोग बिना किसी भय या बिना किसी सोच के करें। इस महिला की जान बचाने में रोड सेफ्टी पेट्रोल,महाराष्ट्र (आर.एस.पी.) से प्राप्त प्रशिक्षण उन्हें बहुत काम आया। उस ली गई ट्रेनिंग की वजह से मैं दुर्घटनाग्रस्त महिला को तुरंत अस्पताल लेकर गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें ठीक किया गया।
हिंदी फिल्म नमस्ते बिहार के हीरो के रूप में चर्चा में रहे राजन कुमार के इस हौसले और जज्बे भरे कदम को हमें सलाम करना चाहिए, जिन्होंने युवाओं के लिए एक मिसाल पेश की है। आगे राजन कुमार कहते है,बिहार सरकार की ओर से इस तरह का सम्मान मिलना मेरे लिए गर्व की बात है। मै तमाम लोगों से अपील करूंगा कि हादसे किसी के साथ भी हो सकते हैं इसलिए हादसे के शिकार लोगों को बचाने, उन्हें अस्पताल पहुंचाने में हिचकिचाएं ना बल्कि इसे अपना फर्ज समझ कर पूरा करें।