रिफलेक्शन-2019 का भव्य उद्घाटन
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस, लखनऊ द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव 'रिफलेक्शन-2019' का भव्य उद्घाटन प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र टीमों एवं उनके शिक्षकों के सम्मान में भारतीय लोक गीतों का आलोक बिखरते एवं विश्व एकता व शान्ति का सन्देश देते अनेक शिक्षात्मक एवं प्रेरणादायी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुई। छात्रों ने इस अवसर पर एक शानदार विश्व संसद का आयोजन भी किया। विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों ने विश्व की समस्याओं की गहन चर्चा की और वैज्ञानिक व शान्ति पूर्ण ढंग से समाधान भी सुझाए। समारोह में श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश एवं देश के विभिन्न राज्यों से पधारी छात्र टीमों ने एक अलग अंदान में अपना परिचय देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विदित हो कि 'रिफलेक्शन-2019' का आयोजन 31 अगस्त से 3 सितम्बर 2019 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है जिसमें देश-विदेश के लगभग 500 छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस अवसर अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि श्री हृदय नारायण दीक्षित, विधानसभा अध्यक्ष, उ.प्र., ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव विभिन्न देशों के छात्रों को एक मंच प्रदान करेगा जिससे उनमें आपसी भाईचारा, प्रेम, सहिष्णुता एवं सदभाव की भावना का विकास होगा। उन्होंने आगे कहा कि यह जरूरी है कि हम बच्चों को अपने इतिहास से परिचित करायें ताकि आधुनिक युग के बच्चे सिर्फ अधिकार ही न जानें बल्कि अपने कर्तव्यों के प्रति भी सजग हों सके।
इस अवसर पर देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों व टीम लीडरों का हार्दिक स्वागत करते हुए रिफलेक्शन-2019 की संयोजिका एवं सी.एम.एस. महानगर कैम्पस की प्रधानाचार्या डा. कल्पना त्रिपाठी ने कहा कि भावी पीढ़ी के कंधो पर ही यह जिम्मेदारी है कि वे समाज को एक नया मोड़ दें और इसीलिए यह आवश्यक है कि विभिन्न देशों के छात्र एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर एक दूसरे से मिलें व निर्भय होकर अपने विचारों की अभिव्यक्ति करें। इन्हीं विचारों के अनुरूप लखनऊ की सरजमीं पर इतिहास एवं नागरिक शास्त्र का यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव के माध्यम से हमारा उद्देश्य है कि भावी पीढ़ी को इतिहास से तो रूबरू करायें ही, साथ ही आने वाले कल के लिए भी तैयार करें। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि आज के युग की माँग है कि हम पिछली लड़ाइयों और खूनी संघर्षों से सबक लें व मतभेदों को युद्ध के द्वारा नहीं बल्कि शान्तिपूर्ण ढंग से सुलझाने की कोशिश करें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भावी पीढ़ी को विश्व एकता की शिक्षा देने में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा।
इससे पहले, रिफलेक्शन-2019 में प्रतिभाग हेतु श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल एवं देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे छात्र अपरान्हः सत्र में सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए एवं दिल खोलकर अपने विचार व्यक्त किए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए रिचमण्ड कालेज, श्रीलंका से पधारे छात्रों ने कहा कि हमें यहाँ विभिन्न देशों के छात्रों से मेलजोल का अवसर प्राप्त होगा। हम प्रतियोगिताओं में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करेंगे और अपने ज्ञान का प्रदर्शन करेंगे। सेंट ग्रेगरी हाई स्कूल, ढाका, बांग्लादेश से पधारे छात्रों ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव में हम स्वस्थ प्रतिस्पर्धा तो करेंगे ही, साथ ही एकता, शान्ति व सौहार्द का संदेश भी सारे विश्व में प्रवाहित करेंगे। नेपाल के अन्नपूर्णा रेजीडेन्शियल स्कूल के छात्रों का कहना था कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक गणराज्य है, जिसने समस्त विश्व को हर विपदा व चुनौती के समय में मार्गदर्शन व प्रेरणा दी है। नेपाल के ही मोनास्टिक स्कूल के छात्रों में भी इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव में प्रतिभाग करने का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। इसी प्रकार देश-विदेश से पधारे अन्य प्रतिभागी छात्रों ने विश्व बिरादरी से अपील की कि देशों के बीच एकता स्थापित करने हेतु ठोस कदम उठाएं एवं मानवता की भलाई का संकल्प लें।