भयमुक्त वातावरण वाला प्रदेश बनाने की पहल, मुख्तार अंसारी गैंग पर बड़ी कार्यवाही
योगी आदित्यनाथ जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें, उस समय ऐसा लोगों का मत रहा कि उनके पास अनुभव का अभाव है, इनके साथ दो उप-मुख्यमंत्री बनें उन्हें भी मत्री पद का अनुभव नहीं था, किन्तु पूर्वानचल से योगी जी विशेष लगाव रहा है। ऐसा भी समय रहा जब योगी आदित्यनाथ पर आजमगढ़ में जानलेवा हिंसक हमला हुआ था, इस हमले में वे बाल-बाल बचे। यह हमला इतना बड़ा था कि सौ से भी अधिक वाहनों को हमलावरों ने घेर लिया और लोगों को लहूलुहान कर दिया। पूर्वान्चल के आजमगढ़ जनपद की आस-पास उस समय का बहुबली माफिया कहा जाने वाला मुख्तार अंसारी का उस परिक्षेत्र बहुत अधिक प्रभाव रहा। शनैःशनै उस क्षेत्र मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों का महत्व कम होता गया। योगी आदित्यनाथ जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें उसके बाद मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों का प्रभाव कम होता जा रहा है।
एक ताजा घटनाक्रम में सोशल मीडिया सेल कार्यालय अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन वाराणसी से प्राप्त विवरण के अनुसार मुख्तार अंसारी अंतर-राज्यिय आपराधिक गैंग आईएस 191, एचएस 16बी के संरक्षण में दो दशकों से अवैध बूचड़खाना संचालन में लिप्त 8 अवैध कटान माफिया के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही, 5 गिरफ्तार, 3 के विरूद्ध 25000 का पुरस्कार घोषित। अवैध कटान व अवैध बूचड़खानों पर कठोर कार्यवाही के क्रम में नगर क्षेत्र में बीचोंबीच लगभग 20 वर्षों से अवैध रूप से नगर पालिका के जर्जर भवन में संचालित अवैध बूचड़खाने पर भारी फोर्स के साथ दबिश देकर 11 लोगों को दो दर्जन जानवर व 800 किलो मांस के साथ गिरफ्तार कर धारा 153ए, 420, 429 आईपीसी, 11 पशु क्रूरता अधिनियम व पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया था।
यह अवैध बूचड़खाना मुख्तार अंसारी के गुर्गों की शह पर शहर के बीचों बीच पिछले दो दशकों से लगातार संचालित हो रहा था। गैंग चार्ट तैयार कर 8 अभियुक्तों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इनमे से 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
गैंग लीडर शकील अहमद उर्फ बबलू पुत्र वकील अहमद, एखलाक अहमद पुत्र स्व अब्दुल जब्बार, जावेद अख्तर पुत्र मो यूसफ, अब्दुर्रहमान पुत्र स्व मो यूसुफ, अजमल कुरेशी पुत्र अब्दुल रहमान इन सभी की अवैध कटान से अर्जित संपत्ति को 14(1) गैंगस्टर एक्ट में जब्त करने की कार्यवाही भी प्रारम्भ कर दी गयी है।
3 शेष फरार अभियुक्तों शकील अहमद पुत्र स्व. मु यूसुफ, रिजवान अहमद पुत्र रफीक अहमद, मौ कैफ पुत्र रिजवान अहमद के विरूद्ध 25000 का पुरस्कार घोषित किया गया है।
मुख्तार अंसारी अवैध वसूली गैंग पर मऊ पुलिस का शिकंजा, 11 शातिरों पर 25-25 हजार रूपये पुरस्कार घोषित। अपराध-अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में मुख्तार अंसारी गैंग द्वारा अवैध वसूली करने वाले फरार 11 शातिर वांछित अभियुक्तों पर पुलिस अधीक्षक मऊ अनुराग आर्य द्वारा 25-25 हजार रूपये पुरस्कार घोषित किया गया है जिनका विवरण निम्नवत है-
1. सुरेश सिंह पुत्र स्व. लल्लन सिंह निवासी भीटी थान कोतवाली मऊ। 2. सउद अब्बासी पुत्र स्व. गुफरान अब्बासी निवासी वार्ड नं. 4 मोहम्मदा हमीदनगर कस्बा सैदपुर जनपद गाजीपुर। 3. शिवेन्द्र कुमार सिंह पुत्र उदयभान सिंह निवासी जगदीशपुर थाना हलधरपुर मऊ। 4. समरबहादुर पुत्र स्व. राधे मोहन निवासी परदहां थाना कोतवाली मऊ। 5. अश्वनी कुमार सिंह पुत्र स्व. परमानंद सिंह निवासी इमिलियडीह थाना सरायलखंसी मऊ। 6. झिनकू सिंह पुत्र गोपाल सिंह निवासी परदहां थाना कोतवाली मऊ। 7. महेन्द्र चैहान पुत्र झिल्लू निवासी सुल्तानुपर बनौरा थाना दक्षिणटोला मऊ। 8. मखंचू यादव पुत्र मुनेश्वर यादव निवासी नसोपुर थाना सरायलखंसी मऊ। 9. संतोष कुमार पुत्र कैलाश निवासी गालिबपुर थाना सरायलखंसी मऊ। 10. मन्धाता शुक्ला पुत्र स्व. सुरेश शुक्ला निवासी परदहां थाना कोतवाली मऊ। 11. धीरज राय पुत्र राजेन्द्र राय निवासी अमारी थाना सरायलखंसी मऊ।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019-20 के लिए नगर पालिका मऊ के टैक्सी स्टैंड के नाम पर टेंडर प्राप्त कर समस्त जनपद में समस्त प्रकार के वाहनों से वसूली कर रहे व्यक्तियों के विरूद्ध तीन एफआईआर 235/19 थाना सरायलखनसी, 265/19 थाना कोतवाली, 106/19 थाना दक्षिण टोला 384/420 भादवि कुल 11 अभियुक्तों के विरूद्ध दर्ज की गई। इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इस गैंग में मऊ के सरगना सुरेश सिंह व परोक्ष रूप से वसूली का धन इक्कठा करने वाले व्यक्ति सऊद अब्बासी निवासी गाजीपुर (मुख्तार अंसारी का रिश्तेदार भी है) को भी जेल भेजा गया। कुल 68 लाख 51 हजार के इस ठेके को निरस्त कराया गया। नवम्बर 2019 में नगर पालिका द्वारा पुनः टेंडर फ्लोट करते हुए प्रक्रिया प्रारंभ की गई जिसका ठेका धीरज राय नाम के व्यक्ति द्वारा 75 लाख में प्राप्त किया गया। धीरज राय भी परोक्ष रूप से इसी गैंग से सम्बंधित था। इसको व इसके सहयोगी मान्धाता शुक्ला व महेंद्र चैहान को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। एफआईआर नम्बर 09/20 धारा 384/420/120बी थाना दक्षिण टोला। इन सभी प्रकरणों में विवेचना पूर्ण करते हुए इनके विरूद्ध गैंगस्टर की कार्यवाही इसी माह की गई। तारीख 31.05.2020 एफआईआर नम्बर 520/20 थाना सरायलखंसी धारा 3(1) यूपी गैंगस्टर एक्ट में दर्ज् किया गया। इसमे मुख्य गैंग लीडर सऊद अब्बासी के साथ सुरेश सिंह व धीरज राय समेत कुल 13 अभियुक्त हैं जिनमे से उपरोक्त 11 अभियुक्तों पर 25000-25000 का इनाम घोषित किया गया है। इनकी गिरफ्तारी अतिशीघ्र की जाएगी। सऊद अब्बासी, सुरेश व धीरज राय को अवैध वसूली माफिया के रूप में चिन्हित किया गया है। इन सभी के गैंग पंजीकरण की कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस की इस कार्यवाही से स्पष्ट हो गया अब मुख्तार अंसारी गैंग का सफाया करने के लिए पुलिस ने कदम बढ़ा लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भयमुक्त वातावरण वाला प्रदेश बनाने की पहल के लिए तत्पर है।