डीजल व पेट्रोल की बढ़ी कीमतें वापस लिए जाने की मांग
महामहिम राष्ट्रपति महोदय को फैक्स भेजकर डीजल व पेट्रोल की बढ़ी कीमतें वापस लिए जाने की मांग की है। फैक्स में लिखा गया है कि कोरोना की वजह से हुए लाकडाउन के कारण देशवासी आर्थिक चोट के मारे हुए हैं। उस पर सरकार डीजल व पेट्रोल की कीमतें प्रतिदिन किश्तों में बढ़ाकर दाद में खाज पैदा कर रही है, जबकि अन्त्रराष्ट्रीय बाजार में डीजल, पेट्रोल की कीतें काफी कम हो गयी है। इसके बावजूद दाम घटाये जाने के बजाय दाम बढ़ाना जनता के साथ खुला अन्याय है। डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण किसान व कारोबारियों पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है। डीजल की बढ़ती कीमतों से सीधे तौर पर मंहगाई बढ़ेगी। पेट्रोल से भी अधिक डीजल की कीमत बढ़ाने के पीछे पेट्रोल चालित वाहन निर्मित करने वाली कम्पनियों के मालिकों का सरकार पर दबाव काम कर रहा है। डीजल पेट्रोल की कीमतों की वृद्धि पर उठने वाले स्वरों को पुलिस के बल पर दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे देश का आर्थिक संतुलन बिगड़ रहा है। कमल सिंह चैहान ने डीजल व पेट्रोल की बढ़ी कीमतें वापस लिए जाने की माँग की है। डीजल की कीमतों से अप्रत्याशित मंहगाई सामने आई जिससे लगभग हर वस्तु महंगी हो चुकी चाहे फल शब्जी या घरेलू उत्पादन में बृद्धि देखने को मिली है सरकार फिर भी प्रतिदिन पेट्रोल डीजल में बृद्धि कर रही है जैसे पूरा मन बना लिया हो कि इसबार जनता की जेब काटेंगे तेल के रास्ते ।वही सरेनी विधानसभा अध्यक्ष हर्ष भदौरिया ने कहा कि खेतों की जुताई का वक्त है ऐसे में डीजल की कीमतें आसमान छू रही है और सरकार के कानों में जु तक नही रेंग रही है ,यह सरकार शुरू से गरीब विरोधी नीतियों पे काम करती आ रही है इसलिए हम लोगो सरकार की इस नीति का पुरजोर विरोध करते है सरकार को तुरन्त तेल की कीमतों में लगाम लगा के तेल की कीमतों को कम से कम दाम में जनता को उपलब्ध कराए वरना मजबूर हो के हम लोग जनांदोलन की ओर जाएंगे । इस मौके पर कमल सिंह चैहान, हर्ष भदौरिया, मिराज कुरैशी, आदर्श सिंह, अबुल कुरैशी, श्यामलाल, गुड्डू पासी, बच्चन यादव, आदि लोग मौजूद रहे।