श्रमिकों के कौशल का पूरा सद्पयोग किया जाये: मण्डलायुक्त मुकेश मेश्राम
विकास व निर्माण कार्यो को गुणवत्ता मानक व तय समय सीमा पर कराया जाये। कानून एवं शान्ति व्यवस्था को दुरूस्त रखा जाये। गांव व क्षेत्रों में झगड़ो व विवादों के सम्बन्ध में सिपाही लेखपाल व ग्राम प्रहरी को सतर्क रखने के साथ ही वाद-विवाद रजिस्टर बनाने व क्षेत्रों में एसडीएम व क्षेत्राधिकारी का भ्रमण निरन्तर रहे। प्रवासी श्रमिकों को अधिक से अधिक मनरेगा के तहत काम दिलाने के साथ ही श्रमिकों के कौशल का पूरा सद्पयोग किया जाये। गौ आश्रय स्थलों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जैव उर्वरक उत्पादन एवं मत्स्य पालन प्रोजेक्ट गौशालाओं में शुरू करवाये जाने की कार्यवाही करे। इसके अलावा कोरोना के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जनपद के समस्त कार्य सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के साथ ही मास्क का उपयोग भी किया जाये। कोरोना बचाव से सम्बन्धित स्वास्थ्य प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन किया जाये। सभी जनों को इम्युनिटी बढ़ाने वाले आहार भोजन में शामिल कर नियमित रूप से हाथ धोने सोशल डिस्टेसिंग रखते हुए कार्य किया जाये। निगरानी समितियां व सेक्टर अधिकारी पूरी तरह से सर्तक रहे। प्रतिदिन मांगी गई रिपोर्ट समय से उपलब्ध कराये। इसके अलावा टर्मल स्कैनर एवं आक्सीमीटिर की उपलब्धता बनी रहे। जनपद में एक दिन में जुलाई के प्रथम सप्ताह में 40 लाख वृक्षों का रोपण किया जाना है जिसकी तैयारियां पूरी तरह से दुरूस्त रहे। इस दौरान शासन द्वारा निर्धारित वृक्षों का रोपण हो। वृक्षारोपण के दौरान आम, जामुन, पीपल, बरगद, पाकड़, कैथा एवं औषधीय पौधो को अधिक से अधिक रोपित किया जाए तथा वृक्षों की सुरक्षा हेतु नेचुरल ट्रीगार्ड या बांस के ट्रीगार्ड लगवाये जाये।
मण्डलायुक्त मुकेश मेश्राम विगत दिनों जनपद के भ्रमण के दौरान यह निर्देश दिये गये थे। मण्डलायुक्त ने इसके अलावा किसानों की आय को दुगनी हो इसके लिए कृषि विविधिकरण, जैवविविधता के साथ ही फूलों की खेती पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बछरावां के ग्राम गजियापुर के पाली हाउस का निरीक्षण किया। जहां जरबेरा फूलों की खेती को देखा। फूल सभी को अच्छे लगते है तथा इसकी ताजगी व सुगंध काफी वक्त के लिए बनी हुई रहती है। कुछ फूलों की खेती हेतु पाली हाउस को तैयार करके लोन आदि लेकर लाखों रूपये की आय की जा सकती है। इसके अलावा क्षेत्रों में संघन वृक्षारोपण मियाबाकी फाॅरेस्ट स्थापित करने के लिए स्थानों का चिन्हित कर लें। मियाबाकी फाॅरेस्ट तकनीकी एक विदेशी तकनीकी के माध्यम से वृक्षों का बढ़ना दुगनी गति से होता है तथा जापनी तकनीकी से वृक्षों में परस्पर सामान्जस्य बना रहता है। इससे इससे पानी सभी वृक्षों को एक साथ मिलता है। पशु पक्षियों का भी ठीक से बसेरा व उन्हें फायदा भी होता है। यह पर्यावरण के भी पूरी तरह से अनुकूल माना गया है। मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल द्वारा जरबेरा के फूल भी मण्डलायुक्त को देते हुए उसकी विशेषता बताई।
मण्डलायुक्त के निर्देश पर जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने समस्त एसडीएम व अधिशाषी अधिकारियों सहित समस्त विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वर्षाकाल में जनपद में एक दिन में 40 लाख वृक्षों का रोपण किया जाना है जिसकी समुचित तैयारियां पूर्ण कर दुरूस्त कर लें क्योकि जुलाई के प्रथम सप्ताह में किसी दिन वृक्षों का रोपण किया जाना है तथा इस संदर्भ में डीएफओ निरन्तर संम्पर्क बनाये रखे। नगर पंचायत/नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को निर्देश दिये गये है कि अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई, नाला-नालियां साफ-सफाई सहित पूरी तरह से क्षेत्रों को विशेष ध्यान देकर साफ-सुथरा रखे तथा कही पर जलभराव की स्थिति न उत्पन्न हो। अनलाॅक की स्थिति में नियमों का कड़ाई से पालन किया जाये। अनलाॅक-वन/लाॅकडाउन के तहत शासन द्वारा दिये गये नियमों का अक्षरशः पालन किये जाने के निर्देश दिये है। व्यवस्था निर्धारित नियम के अनुसार दुकानदार मास्क लगाकर एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए नियमानुसार दुकानें खोले। एडीएम, नगर मजिस्टेªट, समस्त एसडीएम, सेक्टर मजिस्टेªट/सेक्टर आधिकारी सहित आदि को पूर्व में निर्देश दिये गये है कि नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाये। सभी प्रकार की औद्योगिक इकाईयों एवं दुकानों व उनके स्टाफ को फेस मास्क, ग्लब्स का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा और संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के साथ सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था रखे, मण्डी लगने के साथ ही सोशल डिस्टेसिंग के साथ मण्डी नियमानुसार लगेंगी। नर्सिग होम मे नियमानुसार ही ओपीडी आदि कार्य किये जायेगें और नर्सिंग होम में पीपीई किट, मास्क आदि समस्त सुरक्षा उपकरण रखें जायेंगे। 60 वर्ष से अधिक आयु, गम्भीर बीमार, गर्भवती महिलाए एवं 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे घर से बाहर नही निकलें अति आवश्यकता पर ही घरों से निकले।
जनमानस मोबाइल में आरोग्य सेतु एवं आयुष कवच एप डाउनलोड अधिक से अधिक करना होगा। आरोग्य सेतु व आयुष कवच एप के सम्बन्ध में जागरूक करने हेतु दुकानों के बाहर बैनर व पोस्टर लगाये तथा आने वाले ग्राहकों को एप डाउनलोड करने हेतु प्रेरित करें। जिलाधिकारी समस्त औद्योगिक इकाईयों, दुकानदारों एवं जनमानस से कहा है कि एक जागरूक नागरिक के रूप में अनलाॅक-वन/लाकडाउन एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें अन्यथा अनलाॅक-वन/लाॅकडाउन के निर्देशों का उल्लघंन करने वाले लोगों के विरूद्ध आपदा प्रबन्धन अधिनियम के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।