नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले चार गिरफ्तार
आजमगढ। श्री प्रिन्स शर्मा पुत्र गोपाल शर्मा सा0 खादा थाना निजामाबाद आजमगढ द्वारा थाना स्थानीय पर शिकायत दर्ज करायी गयी कि 1. हरिलाल गौतम पुत्र घुरहू ग्राम बरहतीर थाना जहानागंज जिला आजमगढ़ हालपता विकाश खण्ड गोमती नगर लखनऊ 2. विवेक सिंह पुत्र अज्ञात 3. राजेश गुप्ता पुत्र अज्ञात साकिनान विकाश खण्ड गोमती नगर लखनऊ व कई व्यक्ति नाम पता अज्ञात द्वारा प्रार्थी को आर्डिनेन्स फैक्ट्री में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी व जालसाजी करके 63 हजार रूपये की ठगी की गयी और फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिया गया। इस सम्बन्ध में थाना निजामाबाद पर मु0अ0सं0 121/20 धारा 419,420 भादवि पंजीकृत किया गया। अभियोग की विवेचना में संकलित साक्ष्यो के आधार पर अभियुक्त मुन्नी राम पुत्र स्व0 बेचन राम साकिन नदवा थाना तरवां जनपद आजमगढ़ का नाम प्रकाश में आया तथा अन्य नामजद अभियुक्तो के भी पूरे नाम पते ज्ञात हुए। अभियोग में धारा 467,468,471,506 भादवि की वृद्धि की गयी ।
पुलिस अधीक्षक जनपद आजमगढ प्रो0 त्रिवेणी सिंह’ द्वारा अपराध नियंत्रण हेतु वांछित अभियुक्तो की गिरफ्तारी विषयक चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत अपर पुलिस नगर श्री पंकज पाण्डेय एवं क्षेत्राधिकार सदर श्री मो0 अकमल खाँ के निर्देशन में जनपद की स्वाट टीम व साईबर सेल की मदद 27.जुलाई को प्रभारी निरीक्षक निजामाबाद श्री अनवर अली के नेतृत्व में उ0नि0 श्री रहीमुद्दीन द्वारा मुखबिर की सूचना पर मु0अ0स0- 121/20 धारा- 419,420 ,467,468,471,506 भादवि से सम्बन्धित अभियुक्तगण 1. हरिलाल गौतम पुत्र घुरहू ग्राम बरहतीर थाना जहानागंज जिला आजमगढ़ हालपता विकाश खण्ड गोमती नगर लखनऊ 2 विवेक सिह पुत्र स्व0 वीरेन्द्र सिंह ग्राम बीहड़ थाना टिकैतनगर जिला बाराबंकी हाल मुकाम 1/963 विकासखण्ड गोमती नगर लखनऊ 3. राजेश गुप्ता उर्फ राज गुप्ता पुत्र राधेश्याम गुप्ता निवासी मकान नं0- 1/963 विकासखण्ड गोमतीनगर लखनऊ 4. मुन्नी राम पुत्र स्व0 बेचन राम साकिन नदवा थाना तरवां जनपद आजमगढ़ को रोडवेज बस स्टेशन आजमगढ़ के पास समय 8.10 बजे सुबह गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगण के कब्जे से अन्य कई विभागो यथा रेलवे ,एफसीआई,आर्डिनेन्स फैक्ट्री और लखनऊ मेट्रो के भी फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र भी बरामद हुए है। विवेचनात्मक कार्यवाही पूरी कर अभियुक्तगण को न्यायीक अभिरक्षा हेतु न्यायालय प्रस्तुत किया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्तगण से पूछताछ किया गया तो यह तथ्य प्रकाश में आया कि अभियुक्तगण का एक संगठित गिरोह है। जो भोले-भाले बेरोजगार युवको की भावनाओ को दोहन करके झूठे शब्जबाग दिखाते है और उनसे नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते है। अभियुक्त मुन्नीलाल आजमगढ ,मऊ एवमं बलिया के रेलवे गोदामो पर मजदूर उपलब्ध कराने का कार्य करता है। इसी दौरान बेरोजगार युवको के सम्पर्क में आने पर उन्हे झांसे मं लेकर गिरोह के अन्य सदस्यो की सहायता से ठगी करता है। इस गैंग के सदस्य कानपुर से पटना तक फैले हुए है। गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा अबतक दर्जनो लोगो से अनुमानतः 40 से 50 लाख की ठगी सामने आ रही है। जिसके सम्बन्ध में और भी साक्ष्य संकलित किये जा रहे है।