पुण्यतिथि पर याद किये गये रामायण प्रसाद पाठक
शहर समता विचार मंच प्रयागराज द्वारा श्रृंगार के कवि रामायण पाठक की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि स्वरुप एक काव्य गोष्ठी का आयोजन शंभुनाथ त्रिपाठी ‘अंशुल’ की अध्यक्षता में ‘गुगल मीट’ द्वारा हुआ। इस अवसर पर डॉ शम्भुनाथ त्रिपाठी ‘अंशुल’ ने कहा, रामायण प्रसाद पाठक जितने अच्छे इन्सान थे उतने ही अच्छे रचनकार भी थे। आज उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर हम सब उन्हें भावों की पुष्पांजलि अर्पित करते हैं। इस काव्य गोष्ठी के मुख्य अतिथि अशोक स्नेही ने कहा, रामायण प्रसाद पाठक के गीत और नज्म बेहतरीन हैं। विशिष्ट अतिथि डा. सरोज सिंह ने उन्हें याद करते हुए कहा, रामायण प्रसाद पाठक से जब भी भेट हुई उनका मुस्कुराता हुआ चेहरा सदैव याद आता है। आज वो नही हैं लेकिन उनकी स्मृतियां आज भी ताजा हैं। काव्य गोष्ठी का संचालन डा नीलिमा मिश्रा ने किया और संयोजन रचना सक्सेना का रहा।
इस काव्यगोष्ठी में कविता उपाध्याय, जया मोहन श्रीवास्तव, गीता सिंह, राजेश सिंह राज, शिवानी मिश्रा, मीरा सिन्हा, मुकुल मतवाला, रचना सक्सेना, उर्वशी उपाध्याय, महक जौनपुरी, तलब जौनपुरी, ऋतन्धरा मिश्रा, नीना मोहन,संजय सक्सेना, उमेश श्रीवास्तव और अभिषेक केसरवानी आदि ने अपनी-अपनी रचनाओ के माध्यम से रामायण प्रसाद पाठक को याद किया।