साई भक्तों की सच्ची कहानियां
मुंबई ओरिएंट ट्रेडलिंक लिमिटेड (ओटीएल) ने जी ग्रुप के साथ भारत के छोटे पर्दे के सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले और देखे जाने वाले धारावाहिकों में से एक साईं बाबा पर बने धारावाहिक साई भक्तों की सच्ची कहानियां के लिए एक साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। जिसके तहत इसका प्रसारण 30 अगस्त 2020 को शुरू हुआ है,जोकि जी अमेरिका में प्रत्येक रविवार को सुबह 8ः30 बजे और जी कनाडा में शाम 7ः30 बजे हो रहा है। यह पहली बार है कि किसी भी वास्तविक जीवन की घटनाओं और अनुभवों पर आधारित कोई भी सामग्री, जिसने कई लोगों के जीवन को बदल दिया है, एक विदेशी धरती पर दिखाया जा रहा है। इसके निर्माता आशिम खेत्रपाल है और निर्देशक अमोल सुर्वे है।
साई भक्तों की सच्ची कहानियां ओरिएंट ट्रेडेलिंक लिमिटेड का सुपर हिट प्रोग्राम है। जिसे भारत में लगभग सभी प्रमुख चैनलो पर सबसे ज्यादा देखा जाने वाला कार्यक्रम है। साई भक्तों की सच्ची कहानियां, साईं भक्तों द्वारा भेजी गई सच्ची कहानियों पर आधारित है। ये कई साईं भक्तों द्वारा महसूस और अनुभव की जा रही घटनाएं हैं, जिसे धारावाहिक के रूप में दिखाया गया है।
निर्माता श्री आशिम खेत्रपाल कहते है, जो भी आस्तिक और गैर आस्तिक होते हैं, वे अंत में सभी आस्तिक हो जाते हैं। जब लोगों ने अपने चारों ओर बाबा की कृपा और उपस्थिति महसूस करना शुरू किया, तो उन्होंने कहानियों के रूप में अपना अनुभव भेजना शुरू कर दिया। फिर चयनित कहानियों पर एक कार्यक्रम बनाने का निर्णय लिया गया और फिर ओटीएल ने इस कार्यक्रम के अधिकार खरीदे और उसी की मार्केटिंग शुरू की। कार्यक्रम कोअरबों लोगों द्वारा देखा और पसंद किया गया और यह चैनलों की टीआरपी और साईं भक्तों से मिली प्रतिक्रिया से स्पष्ट था।
ओटीएल अब तक श्री शिरडी साईं बाबा से संबंधित और आधारित कई कार्यक्रमों के विपणन अधिकार हासिल कर चुका है। जी ग्रुप के साथ पहली डील है। निर्माता के यू ट्यूब चैनल आशिम खेत्रपाल के साथ साईं की महिमा कार्यक्रम भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हिट हो गया है,ओटीएलआगे इस सामग्री को दुनिया भर में विशेष रूप से बाजार में लाने की योजना बना रहा है।
साई भक्तों की सच्ची कहानियांश् के कुल 52 एपिसोड का प्रसारण होगा। इसमें सुधीर दलवी, विक्रम गोखले, आशिम खेत्रपाल, दिव्या दत्ता जैसे सौ से ज्यादा टीवी इंडस्ट्री के सुपर हिट कलाकारों ने अभिनय किया है। इसके लेखक विकास कपूर है और इसमें संगीत स्वर्गीय रविन्द्र जैन का है।