मॉरिशस मैत्री महोत्सव
कोलकाता. 186 साल पूर्व भारत से मॉरिशस गये गिरमिटिया मजदूरों की याद में अचीवर्स जंक्शन पर भारत मॉरिशस मैत्री महोत्सव का आयोजन हुआ जिसमें दोनों देशों के डेलीगेट्स, साहित्यकार, कलाकार, गायक, पत्रकार और संस्कृति कर्मियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम की स्पीकिंग अध्यक्षता भोजपुरी यूनियन की चेयरपर्सन डॉ सरिता बुधू ने की। आगाज गीत गवाई स्कूल ऑफ मॉरिशस की दो दर्जन गायिकाओं ने किया. धनदेवी और उनकी टीम ने लगभग घंटे भर लोक गीत, संस्कार गीत और घर-आंगन गीत से न सिर्फ गिरमिटिया मजदूरों की कहानी कही, बल्कि दर्शकों को उनकी जड़ों के बाद काव्य पाठ हुआ। इस कार्यक्रम में भारत से कर्नल बीपी सिंह, गीतकार मनोज कुमार मनोज ती मॉरिशस से प्रोफेसर हेमराज सुंदर, हिंदी सचिवालय के महासचिव प्रोफेसर विनोद कुमार मिश्र, डॉ मुरीति रघुनंदन, डॉ शिक्षा गजाधर ने हिस्सा लिया। लवना रामधनी, वशिष्ट कुमार और अरविंद सिंह ने अद्भुत काव्य पाठः किया गीत-गजलों और कविताओं की बारिश होती रही. गिरमिटिया मजदूरों की याद में आयोजित कार्यक्रम में डॉ कीर्ति प्रोड्यूसर, एकर नर्मदा खेदनाह, महात्मा गांधी संस्थान के डॉ अरविंद विसेमार, पत्रकार सविता तिवारी और गिरमिटिया फाउंडेशन, कोलकाता के दिलीप गौरि ने मॉरिशस पहुंचे गिरमिटिया मजदूरों की दर्द भरी दास्तां को बयां किया।
कार्यक्रम में गिरमिटिया मजदूरों पर संस्कृति और परम्पराओं का संरक्षण भावपूर्ण वृत्तचित्र भी दिखाया गया. भारत में सूरीनाम की राजदरत ने महोत्सव के लिए शुभकामनाएं दी अध्यक्षोब भाषण में डॉ सरिता बुधू ने कोरोना काल में मारिशस की मदद के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए अचीवर्स जक्शन के इस पहल की खूब प्रशंमा की.।