गाजे-बाजे संग कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा प्रारम्भ

पंडित विनोद चतुर्वेदी ने मंगलाचरण करते हुए भागवत जी की महिमा गंगा जी से भी बड़ी बताते हुए कहा, गंगा जी भगवान के चरणों से निकली एवं भागवत भगवान के मुख से निकली 

- राजेंद्र कुमार जिला ब्यूरो चीफ, झांसी एवं छायाकर विष्णु प्रजापति

झांसी जनपद के बरूआसागर स्थित गुलाब बाग धाम में 23 वां वर्ष संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारम्भ हो गया जिसके अन्तर्गत भव्य कलश यात्रा पडयाना स्थित शिव मंदिर से प्रारंभ हुई, जिसमें सैकड़ों महिलाएं पीत वस्त्र धारण किये सिर पर मंगल कलश लेकर गाती हुई चल रही थी, साथ ही पुरूष एवं बच्चे ध्वजा झण्डे लहराते हुए चल रहे थे। घोडे नाचते हुए चल रहे थे, कलश यात्रा को बाजार में जगह-जगह स्वागत किया गया। शिव मंदिर पर दिलीप राय द्वारा स्वागत किया गया। नगर भ्रमण करती हुई कलश यात्रा गुलाब बाग धाम पहुंची। जहां पर भागवत कथा का शुभारम्भ हुआ। पूज्य धर्मगुरू पंडित विनोद चतुर्वेदी ने मंगलाचरण करते हुए भागवत जी की महिमा गंगा जी से भी बड़ी बताते हुए कहा, गंगा जी भगवान के चरणों से निकली एवं भागवत भगवान के मुख से निकली। कार्तिक माह में कथा श्रवण का महत्व बताया कि इस माह को दामोदर माह कहते हैं। दाम माने रस्सी-उदर माने पेट-पेट से रस्सी बांधे तो नाम दामोदर पड़ गया। कथा के पूर्व पूजन पंडित प्रवीण तिवारी, आलोक ने कराया यजमान सचिन रजनी चैरसिया, सतीश सरोज नौगरिया जानकी बृजकिशोर अग्रवाल, पुष्पा महेश गुप्ता रहे आभार नितिन चतुर्वेदी द्वारा व्यक्त किया गया।

 

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