महिलाओं के सशक्तीकरण के बिना भारत को सशक्त और समर्थ नहीं बनाया जा सकता है: स्वाती सिंह

प्रधानमंत्री जी ढाई हजार महिलाओं को संसद विधानसभाओं में देना चाहते हैं प्रतिनिधित्व: स्वाती सिंह

- मनोज मिश्रा

बच्चियों में स्वच्छता की अनदेखी सेहत पर काफी भारी पड़ सकती है। खासतौर पर माहवारी के दौरान संक्रमण जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में उनके बीच जागरूकता फैलाने और महिला सशक्तीकरण को लेकर मोदी-योगी सरकार के कार्यों की जानकारी देने को लेकर स्वाती फाउण्डेशन की ओर से बाराबंकी के पी.एम. श्री राजकीय बालिका इंटर कालेज में महिला स्वास्थ्य-स्वच्छता के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री स्वाती सिंह ने कहा, महिलाओं के सशक्तीकरण के बिना भारत को सशक्त और समर्थ नहीं बनाया जा सकता है। इसलिए केंद्र और प्रदेश सरकार आधी आबादी की सुरक्षा, स्वावलंबन और सम्मान के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि ढाई हजार महिलाएं संसद, विधान सभा और विधान परिषद में प्रतिनिधित्व करें। नारी शक्ति वंदन कानून के जरिए इसे संभव बनाने के लिए कदम उठाया गया है। उन्होंने छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा, माहवारी होने पर इसे छिपाने और शर्मिंदा होने के बजाय परिवार में खुलकर बात करें। सेनेटरी पैड का जरूर इस्तेमाल करें। इस दौरान लापरवाही सर्वाइकल कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है। सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए देशभर में 9-14 साल की लड़कियों को मुफ्त में एचपीवी वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने स्कूल प्रबंधन को माहवारी को लेकर छात्राओं के माता-पिता को बुलाकर काउंसलिंग करने की अपील की, जिससे हर छात्रा शर्मिंदा होने के बजाय सम्मान की जिंदगी जी सके।


पूर्व मंत्री स्वाती सिंह ने आधी आबादी के सशक्तीकरण का प्रतीक बनने वाली कल्पना चावला, किरण बेदी आदि का जिक्र करके छात्राओं से उनकी राह पर चलने की अपील की और कहा, शिक्षा इसकी पहली सीढ़ी है। इस दौरान सेनेटरी पैड वितरित किए गए। कार्यक्रम में प्रधानाचार्या नंदिता सिंह, मीरा बाला सिंह, मंजू श्रीवास्तव, कुसुम मिश्रा, दीपशिखा त्रिपाठी, पुनीता सिंह आदि महिला शिक्षक शामिल रहीं। 

 

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