बुरा न मानो होली है...
होली के रंगों के माहौल में हास्य कवि अनिल अनाड़ी की कविता जो वर्तमान में भारतीय राजनीति पर कटाक्ष करती हुई दिखाई दे रही है, आपके समक्ष है, बुरा न मानो होली है... के साथ अनिल अनाड़ी
आया होली का हुड़दंग
आया होली का हुड़दंग
आया होली का हुड़दंग
नेताओं पर चढ़ा हुआ है
गजब चुनावी रंग।
आया होली का हुड़दंग
आया होली का हुड़दंग।
राजनीति में रंगे सियार
खूब मचाये हाहाकार।
जनता को हैं मूर्ख बनाते।
इलेक्ट्राल समझ बांड पी जाते।
पीकर देखी लड़ेंगे भईया
राजनीति की जंग।
आया होली का हुड़दंग।
आया होली का हुड़दंग।।
जो कोई आवाज उठाये
ई डी का छापा पड़ जाये।
जो इनकी पार्टी में जाये।
‘बगुला भगत’ मुहर लग जाये।
‘गिरगिट’ जी भी शरम खा रहे,
देखके इनके रंग।
‘अनाड़ी होली का हुड़दंग।
आया होली का हुड़दंग।।
होली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ!
अनाड़ी कहिन
हास्य व्यंग्य कवि
9415596471