स्वतंत्रता सेनानी उमराई यादव स्मृति द्वार बनाने पर आभार
रायबरेली-प्रतापगढ़ राष्ट्रीय राज्यमार्ग से उड़वा जाने वाली सड़क पर उड़वा निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीमती उमराई यादव के सम्मान में जिला पंचायत रायबरेली द्वारा भव्य स्मृति द्वार बनाये जाने पर ओ.पी. यादव एडवोकेट ने उ.प्र. सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रंजना चैधरी का आभार व्यक्त किया है।
श्रीमती उमराई यादव ने 12 वर्ष की आयु में तिरंगा थामा था। ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ बगावत कर वान सेनान में जेल गयी थी। उमराई यादव के पिता महाबीर यादव 7 जनवरी, 1921 को किसान आन्दोलन में मुंशीगंज गोली कांड में घायल हुए थे। 6 जनवरी, 1921 को उमराई यादव के ससुर सद्धू प्रसाद यादव, सास श्रीमती इन्दिरा यादव, नौ वर्षीय पति बद्री प्रसाद यादव सहित 123 लोग गिरफ्तार किए गए थे, जिसमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। इन सबके खिलाफ अंग्रेजों के चाटुकार सरदार निहाल सिंह ने जिल्ला फूंकने व फसल नष्ट करने का झूठा मुकदमा लिखाया, जिससे कि वे लोग किसान आंदोलन में शामिल नहीं हो सके। उमराई यादव के एक पुत्री श्रीमती राज कुमारी यादव तीन पुत्र राम नरेश यादव, स्व. राम बहादुर यादव एवं ओ.पी. यादव हैं। विशेष बात यह रही कि उमराई यादव के परिवार ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को मिलने वाले किसी भी लाभ को ठुकरा दिया।