डेंगू के मरीज अस्पताल भर्ती होकर ठीक हो जाते हैं: डा. आशुतोष कुमार दुबे मुख्य चिकित्सा गोरखपुर
गोरखपुर जनपद में राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया। इसमें डेंगू से बचाव के लिए विभिन्न अस्पतालों में कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आशुतोष कुमार दुबे का कहना है कि डेंगू के लक्षणों के बावजूद समय से जांच न होने की स्थिति में जब इसका बुखार छठवें से आठवें दिन में पहुंचता है तो खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे मरीज भी समय से अस्पताल आयें तो भर्ती होकर ठीक हो जाते हैं। शरीर में चकत्ते आना या नाक, मुंह व मसूड़ों से खून आना डेंगू के खतरनाक लक्षण हैं और ऐसी स्थिति में मरीज को भर्ती करना अनिवार्य है। प्लेटलेट्स उन्हीं मरीजों को चढ़ाने की जरूरत पड़ती है जिनके शरीर से ब्लीडिंग होने लगती है। अगर ब्लीडिंग नहीं हो रही है तो बीस हजार प्लेटलेट्स होने पर भी इसे चढ़ाने की आवश्यकता नहीं है, जबकि अगर ब्लीडिंग हो रही है तो अस्सी हजार प्लेटलेट रहने पर भी इसे चढ़ाना पड़ता है।