नव भारतीय किसान संगठन ने आवारा पशुओं से किसान की फसलों की सुरक्षा के लिए भरी हुंकार

सवाल यही है किसानों के द्वारा दिए गए ज्ञापन पर शासन और प्रशासन कब-तक कार्यवाही करते है। ज्ञापन लेने स्वयं एस.डी.एम. आए किन्तु आन कैमरा बाइट देने से साफ मना कर दिया आखिर क्यू?

- मनोज मिश्रा, ब्यूरो चीफ अयोध्या

नव भारतीय किसान संगठन ने अयोध्या जिले के तहसील मिल्कीपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। किसानों के परेशानी को लेकर अयोध्या जिले के तहसील मिल्कीपुर में नव भारतीय किसान संगठन के अयोध्या जिला अध्यक्ष शिव शंकर मिश्रा ने तहसील में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा। जिसमें उन्होंने आवारा पशुओं को अहम मुद्दे के तौर पर रखा एस.डी.एम. के सामने। जिला अध्यक्ष शिव शंकर मिश्रा ने कहा, मिल्कीपुर तहसील में कुछ लेखपाल और कानूनगो भ्रष्ट हो चुके हैं जिनके कारण आए दिन किसानों को परेशानी झेलनी पड़ती है, किसी कार्य के लिए आते हैं तो बस उन्हें गोल-गोल चक्कर ही कटाया जाता है उनका कार्य नहीं किया जाता विपक्षी से मोटी रकम लेकर के पीड़ित किसान को ही प्रताड़ित किया जाता है। धरना-प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष शिव शंकर मिश्रा के साथ में प्रदेश अध्यक्ष सूर्यमणि शुक्ला भी रहे मौजूद, वहीं मिल्कीपुर तहसील मे नव भारतीय किसान संगठन के सैकड़ो कार्यकर्ता रहे मौजूद और तहसील प्रांगण जय जवान जय किसान के नारों से गुंजता रहा। 

नव भारती किसान संगठन ने 12 मुद्दों पर ज्ञापन दिया एसडीएम को जिसमें आवारा पशुओं का भी जिक्र किया गया कहा गया जिला अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, आवारा पशुओं के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान होता है और कई किसान अपने जान से हाथ धो बैठते हैं, जान गंवानी पड़ती है शासन और प्रशासन जल्द से जल्द इन आवारा पशुओं को पकड़े और गौशाला जहां-जहां बने हैं उन गौशालाओं में बंद करें। किसानों द्वारा किए जा रहे धरना-प्रदर्शन में जब ए.डी.ओ. पंचायत मिल्कीपुर पहुंचे तो ए.डी.ओ. पंचायत से सवाल पूछा गया, आवारा पशुओं को लेकर क्या कार्यवाही की जा रही है? ए.डी.ओ. पंचायत मिल्कीपुर ने बयान दिया कहा सभी पशुओं को पकड़ा जा रहा है सभी जानवरो को गौशाला मे बन्द कर दिया गया है, जो कुछ कहीं-कहीं नजर आ रहे है उन्हें भी जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा।

जब सवाल पूछा गया गौशाला मे जानवरो को सही मात्रा मे चारा नहीं मिलता तो मिल्कीपुर के ए.डी.ओ. पंचायत ने कहा, पहले प्रति जानवर तीस रूपये मिलते थे तो परेशानी थी किन्तु अब सरकार कुछ महीने पहले से ही प्रति जानवर पचास रूपये कर दिया गया है, इस लिए अब कोई परेशानी नहीं है। जब हमने पूछा ए.डी.ओ. पंचायत मिल्कीपुर से की ऐसी कौन सी लीला है की छुट्टा जानवर जैसे ही गौशाला मे जाते है ठीक 2 से 3 महीने मे ही उस जानवर की लीला इस धरती पर समाप्त हो जाती है। यह सवाल सुनते ही ए.डी.ओ. पंचायत ने सवाल के जवाब देने के बजाय दूसरी बातें करने लगे।

सबसे बड़ा सवाल यही है की क्या नव भारतीय किसान संगठन छुट्टा जानवर को गौशाला मे बन्द कराकर किसानों को चैन की सांस दिला पाने मे कामयाब होते है या फिर ये भी आया राम गया राम हो जाएंगे। सवाल यही है किसानों के द्वारा दिए गए ज्ञापन पर शासन और प्रशासन कब-तक कार्यवाही करते है। ज्ञापन लेने स्वयं एस.डी.एम. आए किन्तु आन कैमरा बाइट देने से साफ मना कर दिया आखिर क्यू?



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