श्री राम कथा में राम जन्म का प्रसंग सुन आनंदमय हुए श्रद्धालु

- पंकज कुमार ‘भारती’ ब्यूरो चीफ, झांसी मंडल

ओरछा रामराजा सरकार की नगरी ओरछाधाम में कुंवर लाला हरदौल समाधि पर चल रही पांच दिवसीय श्री राम कथा में श्री राम जन्म का प्रसंग आते ही सभी श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। कथा वाचिका साध्वी नीलम तिवारी जी ने कथा सुनाते हुए भगवान श्री राम की मनोहारी लीलाओं का वर्णन किया। कथा वाचिका ने राम जन्मोत्सव पर गाए जाने वाले राम भजनों की सुंदर संगीत में प्रस्तुति दी। जिसे सुनकर कथा में उपस्थित सभी श्रद्धालु मंत्र-मुग्ध होकर झूमते नजर आए 

कथा वाचिका ने कहा, जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था, तब समस्त अयोध्या नगरी में शुभ शकुन होने लगे। भगवान राम का जन्म होने पर अयोध्या नगरी में खुशी का माहौल हो गया। चारों ओर मंगलगान होने लगे। उन्होंने कहा, भगवान राम ने भी पृथ्वीलोक पर आकर धर्म की स्थापना की। कथा वाचक ने कहा, आज का व्यक्ति ईश्वर की सत्ता को मानने से भले ही इंकार कर दे, लेकिन एक न एक दिन उसे ईश्वर की महत्ता को स्वीकार करना ही पड़ता है। संसार में जितने भी असुर उत्पन्न हुए सभी ने ईश्वर के अस्तित्व को नकार दिया और स्वयं भगवान बनने का ढोंग करने लगे, लेकिन जब ईश्वर ने अपनी सत्ता की एक झलक दिखाई तो सभी का अस्तित्व धरा से ही समाप्त हो गया। अधर्म के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो लेकिन धर्म के मार्ग पर चलने वाले के आगे अधिक समय तक नहीं टिक सकता। कथा के दौरान श्री श्री 108 श्री रामदास नागा जी महाराज,  कथा आयोजिका जयंती सिंह कुशवाहा एडवोकेट, कथा पारीक्षित श्रीमती दयावती चंद्रशेखर राजपूत, मोहिनी सिंह कुशवाहा कोषाध्यक्ष, राधा सिंह उपाध्यक्ष, श्री मती कविता कुशवाहा महासचिव,  श्रीमती रेखा देवी, शिवानी गौतम, कशिश राजपूत, रवीना पाल, रोशनी, घनश्याम दास कुशवाहा सीनियर एडवोकेट, जगदीश सिंह कुशवाहा समाजसेवी, रविंद्र कुरेले, राकेश समाधि, प्रधान जी, मोहर सिंह राजपूत आदि उपस्थित रहे।



 

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