सांसत में भगवा

बुलडोजर तैयार, आदेश का इंतजार

रजौला बस्ती से चितरा बार्डर तक पूरी हुई नाप

एक दर्जन धर्मशाला, दो दर्जन मंदिर, लाज, रघुवीर मंदिर व सदगुरू सेवा संघ की बाउंड्री, अन्नपूर्णा रसोई दायरे के अंदर

भारत रत्न नाना जी के निवास स्थान सियाराम कुटीर की बाउंड्री, रामायणी कुटी का बड़ा हिस्सा, पुरानी लंका की दुकानेें, गायत्री कालोनी का हिस्सा, गौरिहार मंदिर अन्य स्थान पर दायरे के अंदर

श्री कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में 70 अतिक्रमणकारियों की लिस्ट शासन को भेजी गई

- संदीप रिछारिया  

धर्मनगरी के मध्य प्रदेश वाले हिस्से में रजौला बार्डर से लेकर चितरा बार्डर तक चार दिन से चल रही नाप पूरी हो गई। लगभग 200 से ज्यादा अतिक्रमणकारियों को चिंन्हित कर लिया गया। सभी स्थानों पर मध्य सड़क से साढे दस मीटर नाप कर चिन्ह लगा दिया गया। अब नगर पंचायत, राजस्व व पुुलिस के कर्मचारियोें को उपर से आने वाले आदेेश का इंतजार है। कर्मचारियों को कहना है कि आदेश आये और तेल पानी किया बुलडोजर तैयार खड़ा है, हम अपने काम में फटफट लग जाएं। वैसे श्री कामदगिरि परिक्रमा मार्ग पर भी 70 लोगों का चिन्हांकन कर सूची तैयार कर उपर भेज दी गई है। नगर पंचायत के सूत्रों का कहना है कि अभी हम लोगों ने सूची अपने हिसाब से बना कर भेजी है, सही सूची उपर से अतिक्रमण हटाने के दायरे की नाप के आने ही तय की जाएगी।

चार दिन की नाप के बाद कर्मचारियों ने लगभग दो सौ प्रापर्टी को बनाने में अतिक्रमण किये जाने की जानकारी जिला लेेबल पर भेजी है। इसमें कई धर्मस्थल, समाजसेवी संस्थाओं की बाउंड्री, अस्पताल की बाउंड्री, धर्मशाल व लाज, दुकानेें, घर इत्यादि शामिल हैं। नगर पंचायत के सूत्रों के अनुसार सदगुरू सेवा संघ ट्रस्ट के अस्पताल की बाउंड्री के साथ रघुवीर मंदिर की बाउंड्री, आरोग्यधाम अस्पताल का गेट, सियाराम कुटीर की बाउंड्री के साथ रामायणी कुटी का बड़ा हिस्सा, पुुरानी लका की दुकानें, त्रिपाठी लाज का कुछ हिस्सा, गििौरहार मंदिर, गायत्री कालोनी का कुछ हिस्सा, कुशवाहा धर्मशाला सहित अनेक प्रापर्टी हैं।

बाबागिरी चालू हैं

प्रशासन की कवायत के साथ ही कल दोपहर को रामायणी कुटी में बाबाओं की एक बैठक मंदिर और मठों की जमीनों को बचाने को लेकर हुई। इस बैठक में मुख्य रूप से चित्रकूट मध्य प्रदेश के इलाके में निवास करने वाले लगभग सभी प्रमुख संत एकत्र हुये। यहां पर एसडीएम व अन्य कर्मियों को बुलाया गया। बाबाओं ने प्रस्ताव किया कि वे चित्रकूट के विकास के हिमायती हैं। लेकिन साढे दस मीटर का दायरा बहुत ज्यादा है। इससे बहुत ज्यादा नुकसान सभी का होगा। कृपया इस दायरे को घटाकर 9 मीटर कर दिया जाए। एसडीएम ने कहा कि उनका प्रस्ताव हम उपर तक भेजने का काम करेंगे। निर्णय लेने का काम उच्चाधिकारियों का है।  

चित्रकूट के विकास के लिए तत्पर : जगद्गुरू रामभद्राचार्य

पदमविभूषण जगद्गुरू रामभद्राचार्य जी ने कहा, सरकार चित्रकूट के विकास के हित में काम कर रही है। ऐसे में किसी को भी अपने बारे में न सोचकर चित्रकूट के विकास के बारे में सोचना चाहिये। उन्होंने कहा, चित्रकूट के विकास के लिए उन्होंने केंद्र सरकार को बड़ा प्रस्ताव सौंपा है। राम लोक का निर्माण हो रहा है, जब यहां पर लगातार तीर्थयात्रियोें की संख्या बढ़ रही है तो व्यवस्थाएं भी हमें उसी अनुरूप बनानी होगी। ऐसे में जो भी लोग इसका विरोध कर रहे हैं, यह गलत है। हमारा गेट टूटे या बांउड्री, हम सहर्ष उसे हटा देंगे। इस कार्य में सभी को सामने आकर राम जी का काम समझकर सरकार का सहयोग करना चाहिये और चित्रकूट को सुंदर चित्रकूट पावन चित्रकूट बनाने में सहयोग करना चाहिये।

इंतजार है आदेश का

नगर पंचायत के अतिक्रमण विरोधी अभियान एवम स्वच्छता प्रभारी प्रभात सिंह गहरवार ने कहा, नाप की कार्यवाही पूरी हो चुकी है। पूरी सूचिया बनाकर भेज दी गई है। आदेश आने पर अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की जाएगी।



 

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