संगीतज्ञ डा. विशेष नारायण मिश्र को सांगीतिक क्षेत्र में सर्वोत्तम बैजू बावरा सम्मान

दिल्ली दरबार में संगीतज्ञ डा. विशेष नारायण मिश्र को सांगीतिक क्षेत्र में सर्वोत्तम बैजू बावरा सम्मान

- संदीप रिछारिया

श्रीसनातन वैष्णव संगीत सम्राट की उपाधि से अलंकृत, महाविद्या सम्मान से समलंकृत, अवध मार्तण्ड व संगीत श्रृंग सम्मान से सुशोभित, राजसंगीतज्ञ हिन्दू साम्राज्य परिषद,जौनपुर रत्न तथा सरस्वती सम्मान से सम्मानित, वाग्गेयकार, श्रेष्ठसंगतकार, भजन सम्राट, मानसकंठी, हिन्दू धर्मनिष्ठ, गुरूनिष्ठ, शास्त्रीय, उपशास्त्रीय एवं लोकगायक, श्रीरामचरितमानस के रसीले गायक, ग्वालियर घराने के गुरूवर स्व. पंडित रूपनारायण मिश्र “संतजी” के आशीष से अभिसिंचित एवं गुरूवर संगीत हृदय सम्राट स्व.पंडित रामप्रताप मिश्र “सहज” सम्मान से सनाथित एवं सद्गुरूवर पद्मविभूषण जगद्गुरू रामानन्दाचार्य स्वामि श्रीरामभद्राचार्य जी महाराज के अनन्य कृपापात्र एवं जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय श्रीचित्रकूटधाम उत्तर प्रदेश के संगीत संकाय के कंठ विभाग में सेवारत अन्ताराष्ट्रीय कलाकार संगीताचार्य डा. विशेषनारायण मिश्र“सहजरंग” को संगीत के पर्याय “बैजू बावरा” सम्मान सी सुगन्धि से सुगन्धित किया गया।

विदित हो कि गुरूपूर्णिमा के शुभौसर पर 28 जुलाई 2024 की गोधूलि बेला में आयोजित सांगीतिक उत्सव एवं सम्मान समारोह में “स्वर साधना संस्थान” नई दिल्ली द्वारा संगीतज्ञ डा. विशेषनारायण मिश्र“ सहजरंग” को सांगीतिक क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु “बैजू बावरा” जैसे श्रेष्ठ सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान ग्वालियर घराने के स्वनाम धन्य उद्भट विद्वान व गायक पं. लक्ष्णराव कृष्णराव पण्डित जी के कर-कमलों से प्राप्त हुआ और उन्हीं के द्वारा “सहजरंग” नाम भी हमारे “सहज” गुरू के प्रसाद से मिला। ये समस्त कार्यक्रम श्रीराममन्दिर हाल सी-1 जनकपुरी नई दिल्ली-110058 से सम्पन्न हुए।

डाक्टर मिश्र ने बताया कि संस्थान के संचालक डाक्टर अरविन्द जी के माध्यमतः मुझे आमन्त्रण मिला जिनको मैं कोटि साधुवाद देता हूँ। इस सम्मान को पाकर मैं अपने को बड़भागी समझता हूँ और इस सम्मान को अपने गुरूजन तथा परिजन एवं ईश्वर को ही  समर्पित करता हूँ। कई जन्मों का सुकृत उदित है जो यह सम्मान मिला। इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि गुरू पं. लक्ष्मण कृष्णराव पंडित प्रसिद्ध बेला वादक उस्ताद असगर हुसैन एवं तबला वादक पं. मिथिलेश कुमार झा संस्थान संचालक पं. अरविंद कुमार जी, डा. गीतांजलि, सुनीता देवी एवं गुरू माँ श्रीमती आभा पंडित इत्यादि गणमान्यजन उपस्थित रहे। डाक्टर विशेष नारायण जी को यह सम्मान मिलने से गृह जनपद जौनपुर ही नहीं श्रीचित्रकूट समेत समूचे भारत और विदेशों में भी पण्डित जी के प्रेमियों में प्रसन्नता की लहर व्याप्त है। दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिशिर कुमार पांडे एवं कुलसचिव मधुरेन्द्र पर्वत जी समेत समस्त स्टाफ ने बधाइयाँ दीं बधाइयों का क्रम अद्यतन चल रहा है।

डाक्टर विशेष नारायण मिश्र जी जौनपुर जनपद उत्तर प्रदेश के जफराबाद इमलो पांडे पट्टी गाँव के श्रीहरिफुलवारी के स्व.श्रीमती रमावती देवी एवं श्री हृदय नारायण मिश्र के द्वितीय पुत्र हैं जिन्हें अब तक लगभग 22 सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।

डाक्टर मिश्र जी ने सन्देश दिया:-

बावरै बावरा बनैं सब,पर बावरा बनैं न कोय,

जौ “विशेष” बावरा बनैं तौ, बैजू बावरै होय।



 

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