लेखपालों पर गंभीर आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग

- राजेंद्र कुमार जिला ब्यूरो चीफ, झांसी

जिलाधिकारी, झांसी कार्यालय में दिए गए शिकायती पत्र में लेखपालों पर गंभीर आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग की है। राष्ट्रीय लोक दल राष्ट्रभक्त संगठन एवं बुंदेलखंड समृद्धि विकास परिषद एक प्रतिनिधि मण्डल अंचल अड़जरिया के नेतृत्व में आयुक्त झासी मण्डल झासी से मिलकर लेखपाल द्वारा दबंग भू-माफिया को दलित वरिष्ठ नागरिक की जमीन पर अवैध कब्जा करवाने के सम्बन्ध में एक प्रार्थना पत्र देते हुये कब्जा हटवाने हेतु कहा गया। प्रार्थना पत्र में बताया गया कि, सरजू प्रसाद 74 वर्षीय एवं दौलतराम 75 वर्ष वरिष्ठ नागरिक है। इनके नाबालिग पुत्रों नीरज कुमार, अमित कुमार एवं नाबालिग दिव्यांग पुत्र मनीष कुमार के नाम से वर्ष 2000 में जमीन खरीदी गई थी बगल में ही दंबग भूमाफिया व अन्य लोगों की जमीने भी थी। दबंग भूमाफिया द्वारा अपनी जमीन की आड़ में उपरोक्त लोगों की जमीन पर भी अवैध कब्जा कर लिया एवं अन्य लोगों से भी कब्जा करवा दिया। जिस सम्बन्ध में प्रार्थी द्वारा जनसुनवाई पोर्टल पर 30086024000114,  60000230255056, 30086024000111, 30086024000234 एवं 30086024000518 के द्वारा अलग-अलग दिनांकों में शिकायत दर्ज करवाई थी। लेखपाल के द्वारा भी इन्हीं तिथियों में तहसील दिवस में 5 बार प्रार्थना पत्र दिये गये। उपरोक्त शिकायतों के निस्तारण हेतु परगनाधिकारी सदर झासी के द्वारा लेखपाल को जमीन नापने हेतु आदेशित किया गया था परन्तु लेखपाल द्वारा झूठी रिपोर्ट लगा दी जा रही है, एवं जिलाधिकारी द्वारा भी जमीन की पैमाईश करने हेतु निर्देशित करने हेतु सम्बन्धित को कब्जा दिलाने हेतु निर्देशित किया था । एस.डी.एम. सदर झासी स्वयं मौके पर गये और उनके द्वारा उक्त लेखपाल को डांट लगाते हुये कहा गया कि रिकार्ड रूम से सभी के कागज निकलवाओं और इनकी जमीन चिन्हित कर इनको बताओ। इसके बाबजूद भी कुछ लेखपालों पर लगातार दबाव बनाता रहा कि दो-दो लाख रूपया किसी अन्य व्यक्ति को अपने कागज दे दो और लेखपाल के द्वारा अन्य लोगों जो उपरोक्त दबंग भूमाफिया के ही व्यक्ति है। अस्थाई वाउण्ड्री वाल लगवाकर कब्जा करवा दिया गया। पालीटैक्निक के सामने जे.डी.ए. का प्रखण्डीय पार्क घोषित है। उसके बाद भी लेखपाल ने मिलीभगत कर बिना कोई ले-आउट पास हुये प्रखण्डीय पार्क में 60 फीट चैड़ी रोड डलवा दी और सही जगह से नाप न कर उक्त भूमि को अपने चहेते के कब्जे में दे दिया। इसके बाद लेखपाल का स्थानान्तरण भट्टागांव हुआ। जहां पर इसके द्वारा बेबा दलित महिला ऊषा देवी पत्नी स्व. हरप्रसाद की जमीन एस.डी.एम. सदर द्वारा नापने के आदेश करने के बाद भी लगातार ऊषा देवी पर एवं उसकी पुत्री निधि पर दबाव बना रहा है कि 20 लाख रूपया लेकर यह जमीन खसरा सं. 56 वालों को दे दो। लेखपाल अपने प्राईवेट आफिस में 4 प्राईवेट कर्मचारी भी लगाये है। एक लेखपाल अपनी छोटी सी तनख्वाह में 4 प्राईवेट कर्मचारी कैसे रख सकता है। इसके द्वारा मृत व्यक्ति की जगह अन्य व्यक्तियों को उसी नाम से खड़ा कर पाल कालोनी में भी रजिस्ट्रियां करवाई गई है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से ऐसे भू माफियाओं को चिन्हित कर कार्यवाही की मांग की है। प्रतिनिधि मण्डल में आरके दुबे, बृजमोहन यादव, मनीष वर्मा, सुरेंद्र सोनी, सरजू प्रसाद, दौलत राम, दीपक वर्मा, सर्वेश पटेल, संजय, अर्पित आदि मौजूद रहे।



 

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