अयोध्या के सीएमओ कार्यालय पर गिरी बिजली, शुरू हुई बड़े घोटाले की जाँच
55 लाख के कार्य को बढ़ाकर 94 लाख रूपये किये जाने का आरोप
रूदौली विधायक रामचंद्र यादव ने शासन में किया था शिकायतकर्ता के शिकायत की गहनता से जांच का अनुरोध
- मनोज मिश्रा ब्यूरो चीफ अयोध्या
मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अयोध्या के कार्यालय पर विभिन्न टेंडरों व खरीद-फरोख्त में घोटाले के आरोप लगे हैं। इस संबंध में की गई रूदौली विधायक की शिकायत का शासन ने संज्ञान लिया है। शासन के निर्देश पर अपर निदेशक ने मामले की जांच शुरू की है। वहीं, शासन के इस एक्शन से स्वास्थ्य महकमे में खलबली है।
रूदौली विधायक रामचंद्र यादव ने शिकायती पत्र के साथ देवकी नंदन नामक एक व्यक्ति का शिकायती पत्र संलग्न किया है। पत्र में आरोप है कि सीएमओ कार्यालय में एंबुलेंस के टेंडर में 55 लाख के कार्य को बढ़ाकर 94 लाख रूपये किया गया है। इसमें सिंगल बिड की गई, जिस पर किसी भी अधिकारी ने अनुमोदन नहीं किया। जिलाधिकारी और उनके सदस्य वित्त व लेखाधिकारी को भी कमेटी से हटा दिया गया। इसके बाद एल-1 आई फर्म में 84 लाख को टेंडर न देकर 93 लाख की फर्म को टेंडर दिया गया। आरोप है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में मेले में आई करोड़ों रूपये की धनराशि की जेम पोर्टल पर टेंडर किया गया, लेकिन बिना टेंडर पूरा किए ही फर्मों को सीधे अधिक रेट पर कार्य दे दिया गया। इस वित्तीय वर्ष में सभी टेंडर एक ही व्यक्ति की फर्मों को दिए गए। अधिकांशतः एक ही संगठन-व्यक्ति की फर्मों को तकनीकी बिड में योग्य करके शेष फर्मों को अयोग्य कर दिया गया।
फर्मों की तकनीकी बिडों की कापी निकालकर कमेटी के सदस्यों से हस्ताक्षर नहीं कराई जा रही है और तकनीकी चार्ट बनाकर सभी को हस्ताक्षर के लिए दी जा रही है। बाजार दर से उच्च दर पर सामान खरीदे जा रहे हैं। 2 अगस्त को हुई इस शिकायत का संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को मामले की जांच करके शीघ्र ही कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। प्रमुख सचिव ने अपर निदेशक स्वास्थ्य को जांच के निर्देश दिए हैं।
क्या बोले जिम्मेदार
सीएमओ के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए शासन से निर्देश मिले हैं। मामले की जांच शुरू की गई है। रूदौली विधायक को शिकायती पत्र की पुष्टि करने व शिकायतकर्ता को शपथ पत्र देने के लिए पत्र लिखा गया है।
- डा. सुशील कुमार, अपर निदेशक, अयोध्या मंडल