भारत की मिट्टी में है कुछ खास: डा. जयनारायण तिवारी
वाद-विवाद प्रतियोगिता में बी.ए. की फिजा प्रथम रही
सरदार पटेल के कृतित्व-व्यक्तित्व पर जमकर बोली छात्राएं
ईश्वर प्रसाद पी.जी. कालेज की पहल कामयाब रही
- सत्य प्रकाश मिश्रा, ब्यूरो चीफ सोनभद्र
सोनभद्र जनपद के ईश्वर प्रसाद पी.जी. कालेज के सभागार में सरदार पटेल के कृतित्व-व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्य अतिथि ई. डा. जयनारायण तिवारी ने कहा, भारत की मिट्टी में कुछ खास है जिसके कारण सरदार पटेल जैसा व्यक्तित्व राष्ट्रीय एकता के लिए सफल प्रयास किए।
विशिष्ट अतिथि बी.बी.सी. और प्रसार भारती से जुड़ी ध्वनि पत्रकार इंदु पाण्डेय ने वल्लभ भाई पटेल को समय का पुरोधा बताया। महाविद्यालय में सरदार पटेल के कृतित्व-व्यक्तित्व विषयक वाद-विवाद प्रतियोगिता में कुल 20 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। तीन सदस्यीय निर्णायक समिति ने बी.ए. की छात्रा फिजा को प्रथम, आरती मौर्या को द्वितीय तथा पूजा मौर्या को तृतीय स्थान प्रदान किया।
सबसे पहले सरदार पटेल और मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों ने माल्यार्पण किया। अध्यक्षता करते हुए पी.जी. कालेज के प्रबंधक मनीष पाण्डेय ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सारस्वत सम्मान किया।
प्रख्यात समाज शास्त्री डा. विमलेश कुमार त्रिपाठी ने शब्द प्रसून से स्वागत करते हुए मृत्युंजय पाठक, गीता मौर्या और सुदीप दुबे को निर्णायक घोषित किया।
आभार व्यक्त करते हुए प्रबंधक मनीष पाण्डेय ने पटेल जी के
व्यक्तित्व पर सम्यक प्रकाश डाला। संचालन पत्रकार भोला नाथ मिश्र ने किया। विमलेश कुमार पाठक निर्धारित समय सीमा की
मानिटरिंग कर रहे थे। सभी प्रतिभागियों को महाविद्यालय की ओर से सहभागिता के लिए सांत्वना प्रमाण पत्र वितरित किया गया तो प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को
प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विनय प्रजापति, नेहा मौर्या, कार्यालय प्रमुख विनीत पाण्डेय समेत महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी सहभागी बने।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में वाणिज्य और कला संकाय के छात्र छात्राएं प्रत्यक्षदर्शी रहे। सभागार रह-रह कर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रही थी। प्रतिभागियों के विषय चयन और प्रस्तुति से मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि आह्लादित दिखे।