झाड़ियों में मिली नवजात बच्ची, स्थानीय लोगों और पुलिस ने बचाई जान

राम जीके नगरी अयोध्या को एक बार फिर से होना पड़ा शर्मसार एक कुमाता के कारण

वो कैसी माँ होगी जो अपने कलेजे के टुकड़े को इस तरह झाड़ियों मे रखते हुए एक बार भी दया नहीं आईं की बच्ची को कोई जानवर नुकसान भी पहुँचा सकता है

- मनोज मिश्रा ब्यूरो चीफ अयोध्या

जनपद अयोध्या के अमानीगंज ब्लाक मुख्यालय में रविवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे कुछ लोगों को झाड़ियों से एक नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। स्थानीय निवासी प्रेम कुमार यादव ने तत्परता दिखाते हुए झाड़ियों से नवजात बच्ची को बाहर निकाला। तुरंत खण्डासा पुलिस को सूचित किया। पुलिस और चिकित्सा टीम की तत्परता से बरती, खण्डासा पुलिस चैकी की टीम ने मौके पर पहुंचकर नवजात बच्ची को कब्जे में लिया। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खण्डासा में भर्ती कराया। डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची स्वस्थ है। इसके बाद चाइल्ड केयर टीम ने बच्ची को जिला चिकित्सालय अयोध्या रेफर किया। जहां उसे विशेष देखभाल में रखा जाएगा। बच्ची का वजन 2 किलो, डाक्टरों की निगरानी में रहेगी चाइल्ड केयर सुपरवाइजर घनश्याम ने बताया’ कि ’नवजात बच्ची का वजन 2 किलो है और उसकी हालत स्थिर है। बच्ची को फिलहाल डाक्टरों की निगरानी में रखा गया है। बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। झाड़ियों में मिली बच्ची, लोगों की भीड़ जुटी घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए थे। प्रेम कुमार यादव ने सूझबूझ से बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला और पुलिस को सूचित किया। चैकी प्रभारी प्रशांत शर्मा और उनकी टीम ने तुरंत नवजात को अस्पताल पहुंचाया। चाइल्ड केयर टीम के सदस्यों घनश्याम और प्रीति ने भी मौके पर पहुंचकर बच्ची की देखरेख की। बाल कल्याण समिति के अधिकारियों ने कहा है कि बच्ची के पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उसे आवश्यक कानूनी और सामाजिक प्रक्रियाओं के तहत उचित देखरेख में दिया जाएगा।



 

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