अंग्रेजों ने जिस पुल से क्रांतिकारियों पर चलाई थी गोलियां वो पुल भरभराकर गिर गया
- विशेष संवाददाता
आजादी की लड़ाई का गवाह रहा पुल कानपुर से शुक्लागंज जाने के रास्ते में गंगा नदी के ऊपर बना अंग्रेजों के जमाने का ये पुल आजादी की लड़ाई का भी गवाह रहा है। एक बार क्रांतिकारी जब गंगा पार कर रहे थे तब अंग्रेजों ने इस पुल के ऊपर से उनपर फायरिंग कर दी थी। इसका निर्माण 1875 में हुआ बताया गया कि अंग्रेजों ने कानपुर को उन्नाव-लखनऊ से जोड़ने के लिए 1875 में इस गंगा पुल का निर्माण कराया था। निर्माण कार्य ईस्ट इंडिया कंपनी के इंजीनियरों ने कराया था, इसे बनाने मे 7 साल 4 महीने लगे थे। कुछ साल पहले जब यह पुल बंद किया गया तो उन्नाव के शुक्लागंज में रहने वाली 10 लाख की आबादी पर काफी फर्क पड़ा।
गंगा पुल का ऐतिहासिक महत्व है, इसीलिए नगर निगम इसका रखरखाव कर रहा था। धरोहर के रूप में दिखाने के लिए इसके सौंदर्यीकरण में करोड़ों रूपये खर्च किए गए थे। मगर मंगलवार को पुल का एक हिस्सा (लगभग 80 फीट) गिर गया और गंगा के पानी में समा गया।