मांगों को लेकर लेखपालों ने धरना-प्रदर्शन किया
लेखपाल को साजिशसन झूठा फसाए जाने पर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने सदर तहसील परिसर, झांसी में धरना-प्रदर्शन किया
झांसी जनपद में तहसील अध्यक्ष रविंद्र उपाध्याय की अध्यक्षता में लेखपालों ने सदर तहसील परिसर में बैठक कर धरना-प्रदर्शन किया। बैठक को संबोधित करते हुए तहसील अध्यक्ष ने कहा कि लेखपाल राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारियों है जिसका संबंध जनता से सीधे होता है। भूमि विवाद के अधिकांश समस्या लेखपालों के पास ही आते हैं। दो पक्षों के निस्तारण में की गई कार्रवाई से एक पक्ष का संतुष्ट होना स्वाभिक है। उन्होंने बताया कि लेखपाल के खिलाफ साजिशन करके एंटी करप्शन टीम से पकड़वाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। आप है कि एंटी करप्शन के लोग सामान शिकायत के आधार पर वास्तविक तत्वों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकर्ता को उकसाकर स्वयं बोल-बोलकर शिकायती पत्र लिखवाया जाता है। और फ्री ट्रैप जांच की कागजी औपचारिकता कर उसी दिन अथवा अगले दिन लेखपाल को फसाने के विभिन्न प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है। उन्होंने एंटी करप्शन टीम-विजिलेंस विभाग को दिशा निर्देश निर्गत करने की कृपा करें एवं जनपद लखनऊ में संबंधित सतर्कता अधिष्ठान कर्मचारी एवं रिश्तेदार के अवैध कब्जे एवं अवैध प्लाटिंग की जांच करवा कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की।
लेखपालों ने अपनी मांगों का मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एस.डी.एम. को सौपा प्रदर्शन में तहसील मंत्री पहलाद सिंह, कनिष्ठ उपाध्यक्ष रंजीत, उपमंत्री अमित कुमार, कोषाध्यक्ष दामोदर, आडिटर मोहित कुमार, जय हिंद, मोहित, अनूप, मिराज, कल्याण, मनोज अग्रवाल, चंद्रपाल सिंह, अतुल सोनी, रोहित, वीर सिंह, अंकित तिवारी, आकांक्षा सिंह, तपस्या, गौतम चंद आर्य, प्रीति यादव, रोहित राज, रणजीत सिंह, नीरज आर्य, दिनेश पाल, देवेंद्र गौतम, हेमंत, पीयूष आर्य, धर्मेंद्र सिंह, अभय स्वरूप, अर्पित जैन, अमर यादव, रोहित, वीर समेत सैकड़ों लेखपाल मौजूद रहे। उनका आरोप है कि फर्जी शिकायत के आधार पर कार्रवाई के नाम पर लेखपाल का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंप कर इस तरह की शिकायत पर रोक लगाने की मांग की।