भूत-प्रेत ग्रस्त सपंत्ति के वास्तु अनुभव

- डी.एस. परिहार

एक ज्योतिषी ओर वास्तुशास्त्री के रूप मे अपने 40 साल के अनुभव मे मैंने 85 प्रेतग्रस्त मकानों का सर्वे किया जिसमे से केवल 16 मकान वास्तव मे प्रेतग्रस्त मिले प्रस्तुत लेख मे मैंने उन्ही अनुभवों मे साझा करने का प्रयास किया है। भूत-प्रेत शरीर विहीन होते है। अतः यह छाया ग्रह राहू केतु तथा वायु प्रधान ग्रह शनि राहू केतु के अधीन आते है। गुरू और राहू आकाश तत्व के ग्रह तथा चन्द्रमा मन बुध बुद्धि व मंगल देह का कारक ग्रह है। मकान मे उपरोक्त अशुभ ग्रह योगों के प्रतीक भाग जब परस्पर संबध बनाते हुये बना हो तो मकान व उसके निवासी प्रेतग्रस्त हो जाता है। 

जमांक द्वारा प्रेतग्रस्त मकान के ग्रह योग:-

कुण्डली के पहले भाव में चन्द्र के साथ राहू होने पर मकान व जातक या जातिका पर भूत-प्रेत, पिशाच या गन्दी आत्माओं का प्रकोप शीघ्र होता है। यदि किसी की कुण्डली में बुध मंगल, शनि-मंगल-राहु की युति हो तो उसे भी ऊपरी बाधा, प्रेत, पिशाच या भूत बाधा तंग करती है। 

उपर्युक्त ग्रह योगों से प्रभावित कुंडली वाले जातक प्रायः मानसिक अवसाद से मिरगी हिस्टीरिया मासिक धर्म के रोग फोबिया अन्य दिमागी रोगों से ग्रस्त रहते हैं। उन्हें नींद भी ठीक से नहीं आती है। एक अनजाना भय प्रति क्षण सताता रहता है तथा कभी-कभी तो वे आत्महत्या करने की स्थिति तक पहुंच जाते हैं।

मकान के निम्न भाग निम्न ग्रहों को बताते है:- 

सूर्य-मकान की पूर्व दिशा, मुख्य दरवाजे की दांयी ओर की खिड़की, मकान का दांया भाग, मकान के बांयी ओर का शयनकक्ष। 

चन्द्र-मुख्य दरवाजे की बांयी ओर की खिड़की, पानी की टंकी, जल संग्रह, मकान का बांया भाग, बाथरूम, मकान के दांयी ओर का शयनकक्ष, स्नानगार, नल, गौशाला, कूलर, एसी, कंुआ, नाली, गंदी नाली, बहता पानी, मकान का वायव्य कोण उत्तरी पच्छिमी भाग घर की स्त्रियांे तृतीय संतान बताये। 

मंगल- बिजली का कनैक्शन, मीटर, किचिन, पत्थर, टाइल्स, खंभे, रसोई की चिमनी, बीम, मकान का दक्षिणी भाग, घर की स्त्रियों का भाग्य बताये।

बुध - मकान की मट्टी, ड्राईंग रूम, बगीचा, बाग, लाबी, अतिथि कक्ष, मेन हाल, बरामदा, चाह दीवारी बाउन्ड्री, दीवारें, प्लास्तर अध्ययन कक्ष, बाॅलकनी, टेरेस, बुध, पेरामेट। मकान का उत्तरी भाग घर की स्त्रियों छोटे बच्चों किशोरों किशोरियों का भाग्य बताये। 

गुरू - पूजा घर मंदिर पूजा कक्ष। मकान का ईशान उत्तर पूर्वी भाग जातक व पुरूष संतान विशेषतः ज्येष्ठ पुत्र का भाग्य।

शनि - कबाड़ रूम प्रवेश द्वार की पहली सीढी, डायनिंग रूम, डायनिंग टेबुल, अन्न भंडार, डायनिंग हाल लौह सामान, चक्की, स्लोप मार्ग, गंदी नाली,कूड़ा स्थल, प्रवेश द्वार की बीम स्टोर रूम, दुछत्ती, मकान का पच्छिमी भाग, पुरूष संतान का भाग्य।

राहू- मुख्य दरवाजा, डायनिंग हाॅल, कबाड़ घर सूखा पेड़, अंधेरा भाग, क्षतिग्रस्त भाग व टूटी दीवारें, टूटा प्लास्तर, टूटे फ्रेम, शौचालय, घर के सामने की सड़क, रंग या पुताई का उड़ जाना, सड़कें, खाली उजाड़ भूमि, नाला, शमशान, बड़े सूखे गढ्ढे, गुफा, राहू संुरगे, पहिये, पोर्टिकोे, लिफट, झूला, मकान का कंपाउड नैऋत्य कोण, दक्षिण पच्छिमी भाग घर की स्त्रिी और ज्येष्ठ पुत्र संतान व द्वितीय संतान बताये। 

केतु - गली, खंभे लंबे, पतले पेड,़ नारियल का वृक्ष, सीढी गैलरी, गली, मूत्रघर, पिछला दरवाजा, छत, रोशनदान, छज्जा, नाली। कई पीढी पहले के पूर्वज।

प्रेतग्रस्त मकान के वास्तु दोष:-

1. जमीन आग्नेय पूर्व और ईशान मे ऊंची तथा पच्छिम मे नीची हो यदि दैत्य पृष्ठ भूमि होती है। इसमे प्रेत के उपद्रव के कारण धन पशु व पुत्र हानि होती है। 

2. ईशान कोण कर्क राशि चन्द्रमा की राशि मे शौचालय राहू बना हो या वहाश् कबाड़ या पुराना अनुपयोगी सामान जमा हो तो मकान प्रेतग्रस्त होगा। 

2. प्रवेश द्वार राहू के सामने कुंआ तालाब नल या पानी का कनैक्शन हो या पानी की टंकी चन्द्र स्थान हो जमीन पर सर्प आते हों।

4. मकान शमशान के पास मंदिर की जमीन पर या प्रसूति ग्रह पर बना हो मकान का दक्षिण पश्चिम कोना मध्य का ब्रह्म स्थान दूषित हो। 

5. घर मे अंदर आते प्रवेशद्वार राहू, समय सीढ़ियो केतु नजर आती हो और उस के नीचे पानी चन्द्र का साधन हो तो बुरी आत्माओं से पीड़ा के योग बनते है। चन्द्र राहू केतु का योग बना 

6. मकान के मध्य भाग ब्रह्म स्थान गुरू व राहू में गढ्ढ़ा हो जिस में घर के पानी आदि के पाइप चन्द्र मिलती हो तो प्रेत योग से हानि के योग बनते है। 

7. दक्षिण पश्चिम में मकान का दरवाजा बना हो तो बुरी आत्मा का प्रकोप होता है।

8. घर की दक्षिण पच्छिमी दक्षिण व पच्छिमी दीवारों पर बड़ी बड़ी दरारें हो। 

9. मकान की बांयी खिड़की मे दरारें हो या वो खुली शमशान रास्ते सड़क अस्पताल या पुलिस स्टेशन खंडहर टूटे मकान किसी पानी की टंकी या चिमनी की ओर सीधी की ओर खुलती हो कोने का मकान हो।

10. मकान के तीन ओर मकान और एक तरफ मैदान हो या तीन तरफ खुुुुला व एक तरफ मकान हो मकान के दो तरफ रास्ता हो मकान के पास कुत्तों आने जाने का मैदान हो। 

11. बगल वाले मकान का कोई भाग गिरा हुआ हो मकान मे प्रवेश करते समय दांयी हाथ पर कोई गढ्ढा हो या पड़ोसी निःसंतान हो या बगल का मकान खाली पड़ा हो। 

12. मान के बगल मे भड़भूजे की भट्टी हो, कच्चा कुंआ या गंदे पानी का गढ्ढा हो पड़ोसी मकान की छत कई बार बदली गई हो पर दीवारों ना बदली गई हो।





 

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