छात्राओं को पुलिस अधीक्षक बनाया गया
हाथरस में एक दिन के लिए बने दो एसपी, सुनी जन समस्याएं, देखते रह गए सब
- मनोज मिश्रा
फिल्म नायक में अनिल कपूर को एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनते हैं। कुछ ऐसा ही हाथरस में हुआ। एक दिन के लिए दो छात्राओं को पुलिस अधीक्षक बनाया गया। दो-दो पुलिस अधीक्षक रहे और दोनों ही हाईस्कूल पास। दोनों ने कार्यालय में जन समस्याओं को सुना।
भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय और उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित स्टूडेंट्स पुलिस एक्सपीरियंशल लर्निंग प्रोग्राम यूपी के सभी 75 जिलों में चलाया जा रहा है। हाथरस में इसकी शुरूआत 13 जनवरी को एसपी ने किया। इसी प्रोग्राम के तहत एमएलडवी स्कूल की कक्षा 11 की दो छात्रा निराली गुप्ता और अंशिका गौतम को एक दिन के लिए हाथरस का पुलिस अधीक्षक बनाया गया। दोनों ने पुलिस और प्रशासनिक कार्यों की जानकारी करके जन समस्याओं को सुना।
हाथरस में एक दिन की दोनों एसपी को कानून और आपराधिक प्रक्रिया, आपराधिक अनुसंधान, यातायात नियंत्रण, साइबर क्राइम, मानव तस्करी, कानून व्यवस्था आदि विषयों पर जानकारी देते हुए पुलिस के प्रति नेतृत्व, अनुशासन, सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए जागरूक किया। एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने साइबर अपराधों और उनसे बचने के तरीकों के बारे में बताया।
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने विभिन्न प्रकार की फ्राड स्कीम, ।च्ज्ञ फाइल फ्राड, डिजिटल अरेस्ट, अपरिचित नम्बर से काल कर होने वाले फ्राड, एआई के द्वारा फोटो वीडियो एडिट कर होने वाले फ्राड आदि के बारे में बताया। मोबाइल गुम होने, महिला सम्बन्धी, आपके साथ होने वाले किसी भी प्रकार के फ्राड की आनलाइन शिकायत कैसे की जा सकती है इसके बारे में बताते हुए साइबर सम्बन्धी शिकायतों के लिए सरकार के हेल्पलाइन नम्बर 1930 और पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान एमएलडवी स्कूल की छात्र-छात्राओं को पुलिस विभाग के साथ मिलकर सीसीटीएनएस, एफआईआर, भीड़ नियंत्रण, गश्त, पिकेट, भ्रमण, ट्रैफिक मैनेजमेंट, अग्नि शमन, महिला एवं बाल विकास, साइबर अपराध, हेल्पलाइन नम्बर 1090, 112, 1930, भारतीय दंड संहिता जैसे विषयों के बारे में जानकारी देकर इनके प्रति जागरूक किया जायेगा।