किताबी ज्ञान के साथ साथ प्रैक्टिकल ज्ञान तकनीकी के लिए आवश्यक: प्रो. मुकेश पांडेय
- राजेन्द्र कुमार
जनपद झांसी में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अभियान्त्रिकी विभाग मे प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए प्रेरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रो. मुकेश पांडेय ने कहा, तकनीकी छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ प्रैक्टिकल ज्ञान बहुत आवश्यक है ताकि इंजीनियरिंग के छात्र तकनीकी में बेहतर प्रदर्शन कर पाये। उन्होंने कहा, पहले सामान्य साफ्टवेयर के माध्यम से ताकीनिकी काम किया जाता था लेकिन आज के युग में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस से ही कई कार्य सुगमता और आधुनिकता से किये जा सकते हैं।
इसी क्रम में निदेशक प्रो. डी.के. भट्ट ने कहा, छात्रों के चैमुखी विकास के लिए निरंतर वर्कशाप, औद्योगिक भ्रमण, एम.ओ.यू. आदि कराये जा रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों के प्रोजेक्ट और उनके क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से बताया और कहा, सभी शिक्षकों को प्रोजैक्ट्स के लिए हर संभव मदद की जाएगी। कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम समन्वयक इं. प्रियंका पांडेय ने इंजीनियरिंग संस्थान में हो रहे शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में वार्षिक आख्या प्रस्तुत की। इसके पश्चात छात्र-छात्राओं ने विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति की। जिसमे ओम तिवारी ने वाद्य यंत्र बजाया, कनिष्क ने गायन प्रस्तुत किया और अन्य नृत्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डीन आर्ट्स प्रो. मुन्ना तिवारी, डीन प्रो. एम.एम. सिंह, इं. ब्रजेंद्र शुक्ला, इं. महेंद्र प्रताप सिंह, डा. अंजिता श्रीवास्तव, डा. साक्षी दूबे, डा. मनीषा जैन, शशिकांत वर्मा, डा. ए.पी.एस. गौर, डा. राहुल शुक्ला, डा. विजय वर्मा, डा. मुकुल सक्सेना, डा. सतेंद्र उपाध्याय, डा. अनुपम व्यास, डा. शुभंगी निगम, डा. ललित गुप्ता, इं. राजेश वर्मा, डा. ब्रजेश लोदी, डा. संदीप मिश्रा, डा. रवि कुमार, डा. जाकिर अली, डा. सादिक खघन, इं. नेहा जैन, डा. लखन सिंह यादव, डा. आकांक्षा गुप्ता, अतुल मकररिया डा. दिनेश द्विवेदी, डा. सुरजीत, इं. अंजलि श्रीवास्तव, इं. श्रद्धा त्रिपाठी आदि अन्य शिक्षक और कर्मचारी कार्यक्रम में मौजूद रहे।