महात्मा ज्योतिबा फुले फिल्म फूल की रिलीज पर रोक के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन
महात्मा ज्योति फुले सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म फूल की रिलीज पर रोक के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया
- राजेन्द्र कुमार
जनपद झांसी में महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्रीबाई फुले के महान जीवन और संघर्षों पर आधारित एक महत्वपूर्ण फिल्म पर केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत सेंसर बोर्ड द्वारा रोक लगाई गई है। इसके विरोध में आम आदमी पार्टी के ने प्रदेश स्तर पर विरोध-प्रदर्शन किया गए जिसके अंतर्गत झांसी कलेक्ट्रेट में पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने सेंसर बोर्ड और केंद्र सरकार के विरोध में जोरदार नारेबाजी की तथा अविलंब फिल्म को बिना काट-छांट के रिलीज करने की मांग की। जिलाध्यक्ष अरशद खान ने कहा, यह रोक न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर आघात है, बल्कि हमारे देश के महान समाज सुधारकों की विचारधारा को दबाने का भी प्रयास प्रतीत होती है। एक तरफ धार्मिक वैमनस्यता और ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने वाली प्रोपोगंडा फिल्मों को सेंसर बोर्ड बिना आपत्ति रिलीज कर देता है। जबकि पिछड़ों और वंचितों के लिए काम करने वाले महात्मा ज्योतिराव फुले जैसे महापुरूषों पर आधारित फिल्म को रोकना सिर्फ सामंतशाही का ही नतीजा है। महानगर अध्यक्ष गयादीन कुशवाहा ने कहा, वर्तमान सरकार दोहरा मापदंड अपनाकर काम कर रही है, चाहे गैर भाजपाई राज्यों के बिलों को रोकने का मामला हो या फूले जैसी फिल्मों पर रोक का मामला हो, वर्तमान सरकार का दोहरा चरित्र पूरी तरह उजागर हो चुका है। राजकुमार राव ने कहा, महात्मा फुले और माता सावित्रीबाई फुले ने सदियों से चली आ रही सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष किया और शिक्षा, नारी सशक्तिकरण तथा समतामूलक समाज की स्थापना के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया। महानगर महासचिव नीलम चैधरी ने कहा, उनकी जीवन यात्रा को जनमानस तक पहुँचाना आज के समय की आवश्यकता है ताकि देश के युवा उनके विचारों से प्रेरणा ले सकें। किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष चैधरी परवेज ने कहा, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता एवं उत्तर प्रदेश की जनता इस अन्यायपूर्ण रोक का विरोध करते हैं। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने निम्न मांगे रखते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
1. सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म पर लगाई गई रोक को तुरंत हटाने का निर्देश दिया जाए।
2. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और इतिहास के सही चित्रण को सुनिश्चित किया जाए।
3. ऐसे महापुरूषों के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने में सरकार सकारात्मक भूमिका निभाए।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अरशद खान, महानगर अध्यक्ष ग्यादीन कुशवाहा, प्रांतीय सचिव पुत्तू सिंह कुशवाहा, किसान प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष चैधरी परवेज, जिला महासचिव आशीष तिवारी, महानगर महासचिव नीलम चैधरी, पूर्व जिला महासचिव राजकुमार राव, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी एडवोकेट बी.एल. भास्कर, सतीश राय, महिला उपाध्यक्ष भाग लक्ष्मी अय्यर महिला जिला अध्यक्ष सीमा कुशवाहा जिला उपाध्यक्ष तुलसीदास कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।